खेंच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर इस तरफ़, आने पाए
"खेंच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़, आने पाए न रावण कोई
तोड़ दो हाथ, अगर हाथ उठने लगे
छू भी पाए न सीता का दामन कोई.
राम भी तुम, तुम्ही लक्ष्मण साथियो.
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो.
❤🇮🇳🇮🇳❤"
खेंच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़, आने पाए न रावण कोई
तोड़ दो हाथ, अगर हाथ उठने लगे
छू भी पाए न सीता का दामन कोई.
राम भी तुम, तुम्ही लक्ष्मण साथियो.
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो.
❤🇮🇳🇮🇳❤