White था जैसे किसी बंद कोठरी
सा मेरा हृदय!..
बहुत धीमे धीमे कदमों की आहट से
तुमने दस्तक दी
इसकी चौखट पर!..
बड़े दुलार भरे हाथों से
तुमने खोले इसके जो पट, और
अपनी मुस्कुराहटों की खुशबू
बिखेर दी जैसे चन्दन!..
उस दिन मैंने पहली बार जाना था,
कि ,..
मेरे मन के आंगन में
प्रेम का बसन्त आया है।
❤️
"सीमा से परे"
©Anil Raw Guru
तुम्हारा आगमन