अश्क़ जाया हो रहे थे मेरे मै रात भर सोता ना था जिस | हिंदी Shayari
"अश्क़ जाया हो रहे थे मेरे मै रात भर सोता ना था
जिस जगह बनता था रोना मै उधर रोता ना था
सिर्फ तेरी चुप ने आंखे गीली कर दी मेरी
वरना मै तो वो हु जो किसी की मौत पे रोता ना था"
अश्क़ जाया हो रहे थे मेरे मै रात भर सोता ना था
जिस जगह बनता था रोना मै उधर रोता ना था
सिर्फ तेरी चुप ने आंखे गीली कर दी मेरी
वरना मै तो वो हु जो किसी की मौत पे रोता ना था