बहुत दिनों बाद मैंने अपनी डायरी और कलम उठायी लिखने को, लेकिन अचानक से परिंदो को मिलेगी मंजिल एक दिन
क्योकी ये फेले हुए उनके पर बोलते है,
जो लोग अक्सर खामोश रह्ते है,
जमाने मे उनके हुनर बोलते है।।
Sbs dil se,,,
✍️Mr Sachin Ahir✍️ Shikha Verma Deep lonley wiidout uh Sunil Kumar Upadhyay Nityanand Kumar