ऐ-बेऩजिर तु भी ऐक रूह-सी हो गई है ऐक पल मे आ जाती | हिंदी Shayari
"ऐ-बेऩजिर तु भी ऐक रूह-सी हो गई है ऐक पल मे आ जाती दुसरे ही पल मे अगले पल मे आने को कह जाती है_कम्बॅख़्त थोडी देर आती है हर बार नया मलाल-सा देकर चली जाती है_ऐ-बेऩजिर तु भी ऐक रूह-सी हो गई है....
♡AnkiT_MəlødīsT♡"
ऐ-बेऩजिर तु भी ऐक रूह-सी हो गई है ऐक पल मे आ जाती दुसरे ही पल मे अगले पल मे आने को कह जाती है_कम्बॅख़्त थोडी देर आती है हर बार नया मलाल-सा देकर चली जाती है_ऐ-बेऩजिर तु भी ऐक रूह-सी हो गई है....
♡AnkiT_MəlødīsT♡