हिंदी का प्यार उर्दू का मोहब्बत भी तू
तनहा शाम तो गुफ्तगू महफिल ए अल्फाज भी तू
बूंद बूंद अश्क तो मोहब्बत की बरसात दिवाली की शाम तो मेरी ईद ए रमजान भी तू
खीर की खुशबू और ईद का स्वाद भी तु
तेरी सब कुछ मैं मेरा सब कुछ तू
फिर भी लोग पूछते हैं कौन है तू!
आने जाने वाले इस दुनिया की भीड़ में तेरा नाम मोहब्बत और मोहब्बत की मिसाल है तू
मेरा खुदा तू मेरा भगवान भी तू....
©journalist anjali chawla