कितना कुछ कहना था इसे
कितनी चुप रह जाती हैं... चुप्पी
अंदर ही अंदर चिल्लाती हैं.. चुप्पी
कितनी बातें हैं इसके पास
कितना कुछ सुनाती हैं... चुप्पी
कितनी कहानियाँ दफन कर दी
कितनी कहानियाँ कह जाती हैं... चुप्पी
कितना बोलना हैं इसे
कितना कुछ बोल नहीं पाती... चुप्पी
कितनी तब्दीलियाँ कर ली हैं इसने..
कुछ बनी कहानियाँ,कुछ गज़लें, कुछ शायरियाँ
कुछ कविताएँ बन गई... चुप्पी
कितनी आवाज़ हैं इसमें..
कितनी बे आवाज़ नज़र आती हैं.... चुप्पी
कितना शोर मचाती हैं.... चुप्पी
अंदर ही अंदर चिल्लाती हैं.... चुप्पी
©ApoorvaShukla
#Kaarya
#SAD
#Broken
#Broken💔Heart
#Dard