बेकरारी को मेरे और न बढ़ाइए हुज़ूर... नजर से इक बा | हिंदी Poetry Vide

"बेकरारी को मेरे और न बढ़ाइए हुज़ूर... नजर से इक बार नजर तो मिलाइए हुज़ूर... और बहुत मिन्नते की हैं आपसे मिलने के वास्ते... गले न सही हाथ तो मिलाइए हुज़ूर... A.S. ©Ali Sartaj "

बेकरारी को मेरे और न बढ़ाइए हुज़ूर... नजर से इक बार नजर तो मिलाइए हुज़ूर... और बहुत मिन्नते की हैं आपसे मिलने के वास्ते... गले न सही हाथ तो मिलाइए हुज़ूर... A.S. ©Ali Sartaj

#ArabianNight

People who shared love close

More like this

Trending Topic