तेरी याद....
टूट कर जिंदगी से बिखर जाऊँगा ,
तेरी यादों में गुजरे सफर के लिए ।
तुझ में खो जाऊँ या तुझमे मिल जाऊं मैं,
या तो सो जाऊँगा उम्र भर के लिए ।
वो जो बातें हुईं आधी-आधी सही ,
हमने हर मतले को पूरे दिल से सुना ।
राहें तेरी अलग - हरकतें भी अलग ,
फिर भी हसरत को दिल के सहारे बुना ।
कब से बैठा हूँ मैं तेरे दीदार को ,
कह दो क्या है हुकम मुंतज़ार के लिए ।
तेरी याद ।