उन्हें यूँ इस कदर बदनाम ना करो,
अकेले उनकी कोई गलती नहीं थी।
किसी और ने उन्हें प्यार ही इतना किया,
कि वो सम्भलें ही नहीं।
काबू कर पाते वो अपनी धड़कनों को
उनके पास तो वो दिल भी खुद का नहीं रहा था।
क्योंकि किसी और की नज़रें,
उन्हें अपना दीवाना कर चुकी थी।
उन्हें यूँ इस कदर बदनाम ना करो,
अकेले उनकी कोई गलती नहीं थी।
किसी और ने उन्हें प्यार ही इतना किया,
कि वो सम्भलें ही नहीं।
रूकते वो हमारे दीदार के लिए,
उन्हें तो इतना भी मौका नहीं मिला।
क्योंकि किसी और का हुस्न उन्हें इस कदर,
अपना कायल बना चुका था।
उन्हें यूँ इस कदर बदनाम ना करो,
अकेले उनकी कोई गलती नहीं थी।
किसी और ने उन्हें प्यार ही इतना किया,
कि वो सम्भलें ही नहीं।
थामते वो हमारा हाथ अपने हाथों में,
उनके वो हाथ भी उनके नहीं रहे थे।
क्योंकि किसी और के हाथ उनके हाथों में,
तब तक अपनी जिंदगी जो थमा चुके थे।
उन्हें यूँ इस कदर बदनाम ना करो,
अकेले उनकी कोई गलती नहीं थी।
किसी और ने उन्हें प्यार ही इतना किया,
कि वो सम्भलें ही नहीं।
वो सम्भलें ही नहीं।