मन चाहा मन मित सदा रे
इस दिल का तू प्रीत सदा रे,
मै खाली था रस से अब तक
आके तूने रस है भरा रे,
यारी राग है दिल का
इस दिल का तू गीत सदा रे,
एक बोल न सहू मै सबका
तू क्या क्या बोल गया रे,
जो न मिले प्यार सब से
वो प्यार यार ने दिया रे,
आंखो में झलके ,झलके मन्न के आंगन में
तू कैसा नैन को नेत्र दिया रे,
यारी राग है दिल का
इस दिल का तू गीत सदा रे,
#december यारी राग है दिल का
इस दिल का तू गीत सदा रे,,