हर किसी को खुश रखने वाला इंसान
अक़्सर,हमेशा दुखी ही रहता हैं;
बस फ़र्क इतना है लोग अपने दुःख
अच्छे से बयां कर देते है और वो
ख़ुद के गम को अपने पास रख कर
दूसरों को खुशियां बांटता है।
ऐसा करने से वो दूसरों को तो
खुश रख लेता है लेकिन खुद
को कहीं अकेला पता है।
इसलिए कभी लगे की आप किसी के
मुस्कुराहट जानने में सक्क्षम हो
तो उसके पीछे का दुख भी जानने की
भी क्षमता रखना ।
©rashmi singh raghuvanshi
ख़ुशी की क्षमता