आज फिर हुआ है चीर हरण एक नारी का
कहाँ हो तुम ऐ देश बचाने वालों
ज्योति मौर्या सीमा हैदर सब की बातें करते हो
मणिपुर बंगाल क्या नहीं दिखाई देते हैं तुमको
ऐ समाज के ठेकेदारों
क्या एक भी मर्द बचा नहीं धरती पर
जो रोक सके इन हैवानों को
एक तरफ तो मैया पूजी जाती हैं
बड़े बड़े पंडालों में
दुजी ओर हर बेटी कुचली जाती है
दरिंदों की मनमानी में
ऐ सत्ता के ठेकेदारों
सत्ता का ये खेल बंद करो
नहीं हो रहा है जो तुमसे न्याय
तो उन पापियों को हमारे हाथ धरो
एक चीर हरण ने तो युग का नाश किया था
क्यों अब नाश नहीं होता है इन अधर्मीयों का
और गोविंद क्या तुमने भी आखें मूँद ली है
या सामर्थ्य नहीं है बचा तुममें अब चीर बचाने का
तो सुनो बेटियों
नहीं आयेंगे अब गोविंद बचाने
तुम खुद ही शस्त्र उठा लो द्रौपदी
ज्वाला का तुम शृंगार करो
अंगार बन अब पापियों को राख karo
©Mahi ambashtha
#Lumi