कभी गाड़ी पर नाव
कभी नाव पर गाड़ी
वक्त बदलते ही राजा
बनता कोई कबाड़ी
समय बहुत बलवान है
सबको नाच नचाए
सारी दुनिया को अपने
कदमों तले झुकाए
बाजी पल में पलट दे
हारा बने विजेता
खुशी बाँटता कभी यह
कभी छीन है लेता
बेखुद कहता है खुद पर
करिए नहीं घमंड
वर्ना आज नहीं तो कल
मिलेगा इसका दंड
(समय)
©Sunil Kumar Maurya Bekhud
#समय