गुलाबी कोमल पंखुड़ी से होठ, सुनेहरा रंग जैसे सुवर् | हिंदी Poetry Vide

"गुलाबी कोमल पंखुड़ी से होठ, सुनेहरा रंग जैसे सुवर्ण। सुंदरता इतनी है पाई, शब्द भी फीके पड़ जाए।। ©Heer "

गुलाबी कोमल पंखुड़ी से होठ, सुनेहरा रंग जैसे सुवर्ण। सुंदरता इतनी है पाई, शब्द भी फीके पड़ जाए।। ©Heer

#सुंदरता ❤️🌹 #Mulaayam love poetry for her

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