तुम्हारी याद!
By kumarkathakaar
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याद तुम्हारी, बहुत सताती है,
अक्सर, मुझको, रुलाती हैं,
ना समय, देखती है, न माहौल,
जबभी मन करता है, चली आती है।
दिल की बेचैनी बढ़ती है,
मेरा चैन, गुमाती है, साँसे थम सी जाती है,
सबसे दूर कर, बिल्कुल तन्हा कर जाती है।
याद तुम्हारी, बहुत सताती है,