एक बचपन था, जिसमें हमारी शरारतो का कोई भी ना था ठिकाना।
चांद सितारों के दीवाने
सपने थे कुछ जाने-माने
दोस्तों के साथ मिल पड़ोसियों के घर वो क्या हल्ला मचाना
और जरूरत पड़ने पर बेर ,काफल भी चुराना
हंसते-हंसते बीजों का पेट में चले जाना
और हमारे तो पेट में ही बीज का उग जाना
अरे यार वह मेरा बचपन था जाना माना
चांद तारों को भी तोड़ लाना
वो बचपन मेरा कितना सुहाना।
©Mandeep
बचपन में बेर, काफल तो सब ने चुराया है😂😂
#alone @navjot joshi J@ntu Kumar paswan @yashika @Anshu writer Vikash shyoran