प्यारी लड़कियों! राजकुमार सफेद घोड़े पर नहीं आते, | हिंदी Life

"प्यारी लड़कियों! राजकुमार सफेद घोड़े पर नहीं आते, ना ही pजिंदगी फेयरी टेल होती है..."लड़कियों को यह ख्वाहिश छोड़ देनी चाहिए कि कोई उन्हें पागलों की तरह प्यार करे, क्योंकि पागल इंसान एक समय के बाद अपना पागलपन दिखाता है. तब वे यह बर्दाश्त नहीं कर पातीं कि पागलपन की हद तक प्यार करने वाला हमारा राजकुमार अब शैतान जैसा नजर आने लगा है." तुम उससे चांद-तारे लाने को तो नहीं कहती, लेकिन इन सारी और बहुत सारी बातों की उम्मीद करती हो. तुम चाहती हो कि वह दुनिया से तुम्हारे लिए लड़ जाए. वह तुम्हारे लिए बारिश में भीग जाए. तुम्हारे लिए वह उसके बेस्ट फ्रेंड को भी इग्नोर कर दे और कभी तुमसे झूठ ना बोले...उफ्फ इतनी मांग तो तुम अपने माता-पिता से भी नहीं करती, जितना अपने राजकुमार से करती हो. असल में लड़कियां शुरु से ही अपनी एक अलग दुनिया अपने दिमाग में साथ लिए चलती हैं. जिसे पाने की वे चाहत करती हैं, लेकिन वह उनकी वह दुनिया इस असली दुनिया से मेल नहीं खाती...फिर वे हताश-निराश होकर अपनी मंजिल से भटकने लगती हैं. प्यार का मतलब हर वीकेंड पर गुलाब देना या पीरियड्स पर केक भेजना नहीं होता है.इसलिए ख्याली दुनिया से बाहर निकलकर तुम्हें यह समझने की जरूरत है कि कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता. किसी से इतनी उम्मीद मत लगाओ. उसकी अच्छाइयों के साथ उसकी बुराइयों को अपनाना सीख लो. उसके दोनों रूप से प्रेम करना सीख लो. परफेक्ट प्रेमी और परफेक्ट पति की छवि लड़कियों के दिमाग का फितूर है जो धीरे-धीरे हमें9 तब तोड़ने लगती है, जब सामने वाला लड़का हमारी हर उम्मीद पर खरा नहीं उतरता है.जरूरी नहीं है कि सामने वाला पुरुष तुम्हारे सपने वाली दुनिया को जानता ही हो...इसलिए तुम डिमांड करना बंद कर दो...और उसके पीछे भागने की जगह अपने सपनों पीछे भागो. ये सेल्फ लव की बातें सिर्फ तुम्हारे सोशल मीडिया पोस्ट के लिए नहीं है, तुम खुद पर ध्यान दो. अपने काम पर फोकस करो, वह करो जो तु्म्हे पसंद है. फिर वह खरीदो जो तुम चाहती हो.तो पागल लड़कियों, सच यह है कि तुम जिस राजकुमार की कल्पना में जी रही हो वह असल में नहीं है. ये सपनों के राजकुमार जब तुम्हारे लाइफ पार्टनर से मैच नहीं खाता तो तुम कुछ खाली सा, कुछ सूना सा महसूस करती हो. असल में तुम खुद को डीडीएलजी की सिमरन समझती हो जिसे 'राज' मिल जाता है. असल जीवन में लड़के 'राज' तो होते हैं, लेकिन थोड़े दिन में वे 'चलते-चलते' फिल्म के 'राज' बन जाते हैं जो अपनी पत्नी से प्यार तो करता है, लेकिन गुस्सा आने पर चिल्लाता भी है.यह सही है कि बेवजह किसी को भी अपने साथी पर चिल्लाने का अधिकार नहीं, वह रियल नहीं फेक लव होगा. ©journalist anjali chawla"

 प्यारी लड़कियों! राजकुमार सफेद घोड़े पर नहीं आते, ना ही pजिंदगी फेयरी टेल होती है..."लड़कियों को यह ख्वाहिश छोड़ देनी चाहिए कि कोई उन्हें पागलों की तरह प्यार करे, क्योंकि पागल इंसान एक समय के बाद अपना पागलपन दिखाता है. तब वे यह बर्दाश्त नहीं कर पातीं कि पागलपन की हद तक प्यार करने वाला हमारा राजकुमार अब शैतान जैसा नजर आने लगा है."

तुम उससे चांद-तारे लाने को तो नहीं कहती, लेकिन इन सारी और बहुत सारी बातों की उम्मीद करती हो. तुम चाहती हो कि वह दुनिया से तुम्हारे लिए लड़ जाए. वह तुम्हारे लिए बारिश में भीग जाए. तुम्हारे लिए वह उसके बेस्ट फ्रेंड को भी इग्नोर कर दे और कभी तुमसे झूठ ना बोले...उफ्फ इतनी मांग तो तुम अपने माता-पिता से भी नहीं करती, जितना अपने राजकुमार से करती हो. असल में लड़कियां शुरु से ही अपनी एक अलग दुनिया अपने दिमाग में साथ लिए चलती हैं. जिसे पाने की वे चाहत करती हैं, लेकिन वह उनकी वह दुनिया इस असली दुनिया से मेल नहीं खाती...फिर वे हताश-निराश होकर अपनी मंजिल से भटकने लगती हैं. प्यार का मतलब हर वीकेंड पर गुलाब देना या पीरियड्स पर केक भेजना नहीं होता है.इसलिए ख्याली दुनिया से बाहर निकलकर तुम्हें यह समझने की जरूरत है कि कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता. किसी से इतनी उम्मीद मत लगाओ. उसकी अच्छाइयों के साथ उसकी बुराइयों को अपनाना सीख लो. उसके दोनों रूप से प्रेम करना सीख लो. परफेक्ट प्रेमी और परफेक्ट पति की छवि लड़कियों के दिमाग का फितूर है जो धीरे-धीरे हमें9 तब तोड़ने लगती है, जब सामने वाला लड़का हमारी हर उम्मीद पर खरा नहीं उतरता है.जरूरी नहीं है कि सामने वाला पुरुष तुम्हारे सपने वाली दुनिया को जानता ही हो...इसलिए तुम डिमांड करना बंद कर दो...और उसके पीछे भागने की जगह अपने सपनों पीछे भागो. ये सेल्फ लव की बातें सिर्फ तुम्हारे सोशल मीडिया पोस्ट के लिए नहीं है, तुम खुद पर ध्यान दो. अपने काम पर फोकस करो, वह करो जो तु्म्हे पसंद है. फिर वह खरीदो जो तुम चाहती हो.तो पागल लड़कियों, सच यह है कि तुम जिस राजकुमार की कल्पना में जी रही हो वह असल में नहीं है. ये सपनों के राजकुमार जब तुम्हारे लाइफ पार्टनर से मैच नहीं खाता तो तुम कुछ खाली सा, कुछ सूना सा महसूस करती हो. असल में तुम खुद को डीडीएलजी की सिमरन समझती हो जिसे 'राज' मिल जाता है. असल जीवन में लड़के 'राज' तो होते हैं, लेकिन थोड़े दिन में वे 'चलते-चलते' फिल्म के 'राज' बन जाते हैं जो अपनी पत्नी से प्यार तो करता है, लेकिन गुस्सा आने पर चिल्लाता भी है.यह सही है कि बेवजह किसी को भी अपने साथी पर चिल्लाने का अधिकार नहीं,  वह रियल नहीं फेक लव होगा.

©journalist anjali chawla

प्यारी लड़कियों! राजकुमार सफेद घोड़े पर नहीं आते, ना ही pजिंदगी फेयरी टेल होती है..."लड़कियों को यह ख्वाहिश छोड़ देनी चाहिए कि कोई उन्हें पागलों की तरह प्यार करे, क्योंकि पागल इंसान एक समय के बाद अपना पागलपन दिखाता है. तब वे यह बर्दाश्त नहीं कर पातीं कि पागलपन की हद तक प्यार करने वाला हमारा राजकुमार अब शैतान जैसा नजर आने लगा है." तुम उससे चांद-तारे लाने को तो नहीं कहती, लेकिन इन सारी और बहुत सारी बातों की उम्मीद करती हो. तुम चाहती हो कि वह दुनिया से तुम्हारे लिए लड़ जाए. वह तुम्हारे लिए बारिश में भीग जाए. तुम्हारे लिए वह उसके बेस्ट फ्रेंड को भी इग्नोर कर दे और कभी तुमसे झूठ ना बोले...उफ्फ इतनी मांग तो तुम अपने माता-पिता से भी नहीं करती, जितना अपने राजकुमार से करती हो. असल में लड़कियां शुरु से ही अपनी एक अलग दुनिया अपने दिमाग में साथ लिए चलती हैं. जिसे पाने की वे चाहत करती हैं, लेकिन वह उनकी वह दुनिया इस असली दुनिया से मेल नहीं खाती...फिर वे हताश-निराश होकर अपनी मंजिल से भटकने लगती हैं. प्यार का मतलब हर वीकेंड पर गुलाब देना या पीरियड्स पर केक भेजना नहीं होता है.इसलिए ख्याली दुनिया से बाहर निकलकर तुम्हें यह समझने की जरूरत है कि कोई इंसान परफेक्ट नहीं होता. किसी से इतनी उम्मीद मत लगाओ. उसकी अच्छाइयों के साथ उसकी बुराइयों को अपनाना सीख लो. उसके दोनों रूप से प्रेम करना सीख लो. परफेक्ट प्रेमी और परफेक्ट पति की छवि लड़कियों के दिमाग का फितूर है जो धीरे-धीरे हमें9 तब तोड़ने लगती है, जब सामने वाला लड़का हमारी हर उम्मीद पर खरा नहीं उतरता है.जरूरी नहीं है कि सामने वाला पुरुष तुम्हारे सपने वाली दुनिया को जानता ही हो...इसलिए तुम डिमांड करना बंद कर दो...और उसके पीछे भागने की जगह अपने सपनों पीछे भागो. ये सेल्फ लव की बातें सिर्फ तुम्हारे सोशल मीडिया पोस्ट के लिए नहीं है, तुम खुद पर ध्यान दो. अपने काम पर फोकस करो, वह करो जो तु्म्हे पसंद है. फिर वह खरीदो जो तुम चाहती हो.तो पागल लड़कियों, सच यह है कि तुम जिस राजकुमार की कल्पना में जी रही हो वह असल में नहीं है. ये सपनों के राजकुमार जब तुम्हारे लाइफ पार्टनर से मैच नहीं खाता तो तुम कुछ खाली सा, कुछ सूना सा महसूस करती हो. असल में तुम खुद को डीडीएलजी की सिमरन समझती हो जिसे 'राज' मिल जाता है. असल जीवन में लड़के 'राज' तो होते हैं, लेकिन थोड़े दिन में वे 'चलते-चलते' फिल्म के 'राज' बन जाते हैं जो अपनी पत्नी से प्यार तो करता है, लेकिन गुस्सा आने पर चिल्लाता भी है.यह सही है कि बेवजह किसी को भी अपने साथी पर चिल्लाने का अधिकार नहीं, वह रियल नहीं फेक लव होगा. ©journalist anjali chawla

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