नींद बैरी हो गई
शायद तेरी हो गई
हम तो बन ही न सके हम
बस तेरी मेरी हो गई
कुछ न आगे बढ़ा कुछ तो पीछे गया
तू कहीं खो गया मैं कहीं खो गई
मेरी किस्मत गुम हुई तेरी रहमत कम हुई
मुझे कर तन्हा हाए कुदरत सो गई
नींद बैरी हो गई
शायद तेरी हो गई
©नीति.......
#DREAMING_GIRL