वापस आना पड़ता है,
फिर वापस आना पड़ता है,
जब वक्त की चोटें हर सपने हर लेती हैं,
जब राह की कीलें पग छलनी कर देती है,
ऐसे में भी गगनभेद हुंकार लगाना पड़ता है,
भाग्य को भी अपनी मुट्ठी अधिकार से लाना पड़ता है,
वापस आना पड़ता है, वापस आना पड़ता है.
लेखन: अमिताभ बच्चन
©Nitin Patel
#lost