धरती और गगन जुदा नहीं होते इन्सान से वायु खफा ना ह | हिंदी शायरी

"धरती और गगन जुदा नहीं होते इन्सान से वायु खफा ना होते इस दुनिया की क्या औकात होती जब इनकी बातों पे दो प्यार करने वाले जुदा ना होते। आईशा"

 धरती और गगन जुदा नहीं होते इन्सान से वायु खफा ना होते इस दुनिया की क्या औकात होती जब इनकी बातों पे दो प्यार करने वाले जुदा ना होते।   आईशा

धरती और गगन जुदा नहीं होते इन्सान से वायु खफा ना होते इस दुनिया की क्या औकात होती जब इनकी बातों पे दो प्यार करने वाले जुदा ना होते। आईशा

जुदाई

People who shared love close

More like this

Trending Topic