मैं आवारा पथिक... मैं आवारा पथिक तेरी राहों का, क | English Shayari Vi
"मैं आवारा पथिक...
मैं आवारा पथिक तेरी राहों का,
कांटों से मेरा रिश्ता है।
जलते होटों से मुस्काना...
मेरे जीवन का हिस्सा है।।
टूटे पेंसिल से मैंने...
एक तस्वीर को खींचा है।
प्रेम के पौधें उपजे जब भी
इन आसुओं से सींचा है।।।
MAD GENIUS"
मैं आवारा पथिक...
मैं आवारा पथिक तेरी राहों का,
कांटों से मेरा रिश्ता है।
जलते होटों से मुस्काना...
मेरे जीवन का हिस्सा है।।
टूटे पेंसिल से मैंने...
एक तस्वीर को खींचा है।
प्रेम के पौधें उपजे जब भी
इन आसुओं से सींचा है।।।
MAD GENIUS