रुपहला वो तसव्वुर ,मुकम्मल चाँद नजर है तारो से सजा आसमां ,यूँ चाहत की नजर है क्या दिन-रात , क्या शब - सहर वो "सूरज " मेरा वजूद , मेरा जमीर सब उनकी नजर है रुपहला वो तसव्वुर ,मुकम्मल चाँद नजर है ©advocate SURAJ PAL SINGH 🌻🌻🌻 Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto