ये हसरतें, ये चाहतें, कुछ ख्वाहिशें और एक कैफियत,
जिंदगी यूं ही, घुली मिली सी, गहरी इक प्यास है।।
किसी की राह में फूल थे और कहीं कुछ भी नहीं,
ख़ैर से जो भी है, सब किस्मतों की बात है।।
अंजुमन मेरा भी तो कुछ ख़ास रौशन न हो सका,
चिराग़ फिर भी बुझा नहीं, ये नसीबों की बात है।।
©Ramandeep Kaur
#sadquotes ये हसरतें, ये चाहतें, कुछ ख्वाहिशें और एक कैफियत,
जिंदगी यूं ही, घुली मिली सी, गहरी इक प्यास है।।
किसी की राह में फूल थे और कहीं कुछ भी नहीं,
ख़ैर से जो भी है, सब किस्मतों की बात है।।
अंजुमन मेरा भी तो कुछ ख़ास रौशन न हो सका,
चिराग़ फिर भी बुझा नहीं, ये नसीबों की बात है।।