वफा की राह में,खुदको मिटा लिया है,मैनें,वो इक बशर जिसे दिल में बसा लिया है मैनें//१
ये जानकर न हो फिराक में कोई*मसर्रत,ग़मों कि आड़ में ख़ुद को छुपा लिया है मैनें//२ *खुशी
ख़त्म किया न कभी मैंने उल्फतो का*मुहाज़,बुझी मुहब्बत तो नफरत को जला लिया है
मैनें //३
*दुर्गम,कठिन