"कई बार अपना त समझावन का जी ना करता
बात भितरले में होए पछे भी बतावन का जी ना करता
क्युकी जब को वैल्यू ही नी मानता
तो खाम खा के ज्ञान के रागड गावन का जी
ना करता"
कई बार अपना त समझावन का जी ना करता
बात भितरले में होए पछे भी बतावन का जी ना करता
क्युकी जब को वैल्यू ही नी मानता
तो खाम खा के ज्ञान के रागड गावन का जी
ना करता