आहत होना प्रेम का अंग है। यह ऐसा ही है और हमें इसम | हिंदी विचार

"आहत होना प्रेम का अंग है। यह ऐसा ही है और हमें इसमें से होकर ही पार जाना है। चोट या दर्द के डर से प्रेम न करना, मन को बंद कर लेना मूर्खता है जो बहुत लोग करते हैं। पर जो इस थोड़ी सी तकलीफ से गुज़रते हैं, उन्हें वास्तविक, आनंदमय प्रेम मिलता है। 🌹🌹 ©Vijay Thawani"

 आहत होना प्रेम का अंग है। यह ऐसा ही है और हमें इसमें से होकर ही पार जाना है। चोट या दर्द के डर से प्रेम न करना, मन को बंद कर लेना मूर्खता है जो बहुत लोग करते हैं। पर जो इस थोड़ी सी तकलीफ से गुज़रते हैं, उन्हें वास्तविक, आनंदमय प्रेम मिलता है।  🌹🌹

©Vijay Thawani

आहत होना प्रेम का अंग है। यह ऐसा ही है और हमें इसमें से होकर ही पार जाना है। चोट या दर्द के डर से प्रेम न करना, मन को बंद कर लेना मूर्खता है जो बहुत लोग करते हैं। पर जो इस थोड़ी सी तकलीफ से गुज़रते हैं, उन्हें वास्तविक, आनंदमय प्रेम मिलता है। 🌹🌹 ©Vijay Thawani

#Ring

People who shared love close

More like this

Trending Topic