"जमाना है तकनीकों का
थोड़ी तू होशियारी रख
घर बैठे ना कुछ होता
चलते रहना जारी रख
थोड़ी झूठ सीख ले तू
पर सच का पलड़ा भारी रख
बेईमानी से धंधा कर
उसमें भी ईमानदारी रख
जोश का दीपक बुझना जाए
दिल में कुछ चिंगारी रख
गद्दारी तो सब करते हैं
यारों के संग यारी रख
तुम बदले तो सब बदलेगा
कोशिश अपनी जारी रख
देश को लूट रहे जालिम
क्रांति की तैयारी रख।"