जख्म लाजमी था,
तो उसको दर पर उतार दिया
एक नहीं, मैंने १००' बार ख़ुद को मार दिया ...
दफ़न हो जाए, हकीकत मेरी मिट्टी में,
गर इश्क को ना एक मुनासिब अंजाम दिया....
मै वो जुग्नू नहीं, जो हर किसी के गिरफ्त में आ जाऊं
मै तो वो आइना हूं,
जिसको अपना बनाया उसको संवार दिया ।
Vj-
आपने अगर अपने जज्बातों को रौंदा और सिर्फ अपने मन की सुनी हो, तो आप अपने ही हाथो अपना गला घोंटा है,
जब मां के लिए आपकी मोहब्बत नहीं बिखरती, तो मेहबूब से केसे आपका मन भर सकता है,
सिर्फ यही सवाल ख़ुद से कर के मैने ये शेर में तब्दील की है ...
#Nojoto #sayri #sher Sangeeta Rathore (Shayra)