काश ना बदली होती करवटें उस रात हमने
न खुद को हम तनहा पाते
ढूंढते रहते तुमको यूं ही सपनों में हम
न आंखें खुलती ना अंधेरा पाते
हर गलतफहमी दूर हो जाती है
आंख खुलते ही
काश तुमसे मिलते ही आंखें खोल पाते
©Yadon ka pitara
# ना बदली होती करवटें उस रात हमने दिल हमारा तार तार होता
veraj Tripathy @Anu @Priya Kumari Niharika