"#RIPMilkhaSingh ना रंग बदला है निशब्द, ना रूप की बदली हुई है,
छाया जरा सी हो गई अभी, धूप की बदली हुई है.....
अमुक कहते हैं मुखड़े में वो चमक नहीं रही तुम्हारे,
जहां पैर मारूं वहां नीर है, अनूप की बदली हुई है.....
#मेरीकलमसे
#राहुलयादव
#निशब्द
©राहुल यादव "निशब्द""