"कर्म ही रूखसत होने से पहले हो कर रहते है हाज़िर
ऐसी उम्रदराज़ी बड़ी खुशनसीबी से होती है हासिल
दिल से निकली दुवाएं ही बनाती है इतना काबिल
की तीसरी पीढ़ी की खुशियों में हुआ जाए शामिल
रायशुमारी का हक है ऐसे ही बुजुर्गों को
समझाते हैंअच्छी परवरिश के मायने जो
बबली भाटी बैसला
©Babli BhatiBaisla"