"भरते हुए ज़ख्म को उभारना सीख लेता है
दंश के मिलते ही ज़हन हमारा चीख लेता है !
घर पर बैठे हैं बच्चे एक निवाले की आस में
बस इसलिए तो बाजेवाला हमसे भीख लेता है ! #NojotoQuote"
भरते हुए ज़ख्म को उभारना सीख लेता है
दंश के मिलते ही ज़हन हमारा चीख लेता है !
घर पर बैठे हैं बच्चे एक निवाले की आस में
बस इसलिए तो बाजेवाला हमसे भीख लेता है !