इस घर के हर दरवाजे बंद है अब तेरे लिए यूँ खिड़की से | हिंदी शायरी
"इस घर के हर दरवाजे बंद है अब तेरे लिए
यूँ खिड़की से झांकने न आया करो
दर्द देती है तेरी आहट भी अब मुझे
बीती बातें न याद कराया करो
ऐसे न मुझे तुम सताया करो"
इस घर के हर दरवाजे बंद है अब तेरे लिए
यूँ खिड़की से झांकने न आया करो
दर्द देती है तेरी आहट भी अब मुझे
बीती बातें न याद कराया करो
ऐसे न मुझे तुम सताया करो
दर्द देती है तेरी आहट भी अब मुझे
ऐसे न मुझे तुम सताया करो🤕 #दर्द #nojoto #तुम