जीवन एक संघर्ष : एक जला हुआ लकड़ी जलने के बाद भी राख बन कर काम आता हैं ।
फिर एक इंसान कियू इतना जल्दी हार मान लेता हैं ।
इन सारे सवालों के जवाब जो मेने अभी तक अपने जीवन से सीखा हैं , उन्हें मैं अपने शब्दों से और आप सब के जीवन के दर्शन से मेने जो सीखा हैं
वह मैं लिखने का एक छोटा सा कोशिश करूंगा
धन्यवाद
©A k sahu
book summary जीवन एक संघर्ष