आओ एक सफर साथ करते हैं।
कश्ती पर बैठ कर समंदर पार एक साथ करते हैं।
बता दें लहरों को के हम उनसे न डरते हैं।
आओ एक साथ लडते हैं आओ मंजिल की तरफ एक साथ बढते हैं ।
कामयाबी की सीढी साथ चडते हैं। सुना है!
लिखा है कुछ "गुरु" ने आओ एक साथ पढते हैं।
आओ कुछ दिल की बात करते हैं।
आओ खुद से मुलाक़ात एक साथ करते हैं। आओ एक सफर साथ करते हैं..!!
©Rupali Mishra