कदमों की आहट सुनते ही मैं पीछे मुड़ा
मानो जैसे उसकी
पायल।की आवाज मुझे से
कुछ कहना चाहती थी।।
या मेरे बढ़ते कदमों को
कुछ इशारा देना चाहती थी।।
बात जो भी थी।।
मगर मेरे जज्बातों से
अब वो रूबरू होना चाहती थी।।
मन की बात पवन के साथ
©pawan bhatt
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