बादल बहुत घने है,पर कभी सूरज निकलेगा।
काली अंधेरी रात है अभी ,सुबह होगी, सूरज फिर से चमकेगा।
अभी धूप है,आगे चल छाव भी मिलेगा
तु थक मत हौसला रख,आगे सफलता का आकाश मिलेगा।
आज दुख के सागर में डूबा है तू,कल सुख का अंबार मिलेगा।
चारो ओर घोर अंधेरा है, कल सूरज से भरा संसार मिलेगा।।
©praveen dubey
#roshni