White कुछ संकोच है मन मे सुनो न सखा,
तुम्हे बताता हु जो किसी को कह ना सका।
हार गया हु जिंदगी की थकावट से,
डर लगता है एक छोटी सी आहट से।
ए कलयुग की दुनिया ये झूठी सजावट से,
इन फरेबी चेहरे इनकी बातों की बनावट से।
तुमसा पवित्र न कोई है ना हो सकेगा,
ए दुनिया चल रही है ढोंग पाखंड और दिखावट से।
मैं थक सा गया हु अपनी गोद मे सुला लो कान्हा,
या तो तुम आ जाओ या मुझे बुला लो कान्हा।
©Vijay Sonwane
#Krishna