हर पल फिसलते क्षण
ले जाते है साथ कुछ उम्मीदें
कुछ सपने, कुछ यादें
जो अतीत की खिड़की पर बैठे
क्षणों को
हवा के एक झोके से
उड़ा लाते है...
उड़ा लाते है
कुछ खट्टी - मिठ्ठी
यादों का, बातों का
सिलसिला...
सिलसिला किसी चाहत का
किसी अरमान का
किसी सच्ची - झूठी उम्मीद का
जो ठहरे कोई एक क्षण
पल भर के लिए
तो मैं मुठ्ठी में दबा लूं
कर लूं कैद उसे...
ताकि उसके बाद फिर कोई उम्मीद
कोई सपना, कोई चाहत
अधूरी रहकर
कोई भूला भटका अतीत बनकर
चली ना आए फिर से
याद आने को
सताने को...!
©Manvi (voice of a silent Heart !)
☁️तन्हा छोड़ जाने को 😇
9 Dec 2023 E!
#PhisaltaSamay