बहुत सताते हो
तुम ये जानते हो,
रूठ कर हमसे
तुम भी कहाँ रह पाते हो....
मैं सही नहीं और
तुम गलत नहीं,
सही गलत के फ़ेर मे
इश्क़ को क्यूँ फंसाते हो....
जुबां का हिसाब है
दिल घाटे में जाता है,
रखकर दिल मे मलाल,
एक दूसरे को क्यूँ रुलाते हो....
बहुत सताते हो
तुम ये जानते हो.....
#nehashi 😍 ✍️
बहुत सताते हो
तुम ये जानते हो,
रूठ कर हमसे
तुम भी कहाँ रह पाते हो....
मैं सही नहीं और
तुम गलत नहीं,
सही गलत के फ़ेर मे
इश्क़ को क्यूँ फंसाते हो....