न मैं आस्तिक ना मैं नास्तिक बस बात करता उनकी जो है | हिंदी Shayari
"न मैं आस्तिक ना मैं नास्तिक
बस बात करता उनकी जो हैं वास्तविक
बेटा मैं रैप का दानव मुझे पसंद शैतान है
ना फालतू ज्ञान बस बनाना मुझे शमशान है
माना अनजान गुमनाम थोड़ा परेशान मैं
बनाता मैं शब्दों का इलाका
जब होता शुनशान है"
न मैं आस्तिक ना मैं नास्तिक
बस बात करता उनकी जो हैं वास्तविक
बेटा मैं रैप का दानव मुझे पसंद शैतान है
ना फालतू ज्ञान बस बनाना मुझे शमशान है
माना अनजान गुमनाम थोड़ा परेशान मैं
बनाता मैं शब्दों का इलाका
जब होता शुनशान है