बिन बात किए सो जाऊं और तू मुझको सदा ना दे ।
इतनी भी तड़प मुझको.... ऐ जान- ए -वफा ना दे ।।
तक्लीफ हो गर मुझसे मेरी जान मुझको सजा देना ।
मुझे... तुझसे जो जुदा कर दे कोई ऐसी सजा ना दे ।।
अंदाजा कर ही नहीं सकता जो शमा ए मुहब्बत की
तपिश है दिल में,डर है कोई तुझको ये बात बता ना दे ।।
मुझको खबर है मुहब्बतों का सैलाब मौजूद है तुझमें ।
परेशां हूं....किस्मत के शोलों में खुद को तू जला ना दे ।।
अश्कों की भी मेंह देखो ..... किस जोर की बरसी है ।
संभाल के जो रखा है ..... तेरी यादों को बहा ना दे ।।
खिलने को तो कलियां वक़्त से पहले ही खिल जाएं ।
तबस्सुम को दिखाकर होंठों से खामोशी वो हटा ना दे ।।
✍️ राशिद कहलगांवी
#Night @Anita @Kuldeep Bhadauria @imran haideri khan saad