White काश किसी दिन मैं भी सूरज के मानिंद,
दुख दर्दों की गहन अंधकारमय बदलियों से उग पाऊं/ऊपर उठ पाऊं ,,
पीड़ाओं/ व्यथाओं/ क्रूरताओं/ के अत्यंत विशालकाय पहाड़ों के बोझ से दबा,,
किसी दिन बाहर निकल पाऊं ,,
दिल के उन्मादों मन के अवसादों चित के शैलाबों से कभी तर पाऊं ,
उबर पाऊं
नहीं तो ,,
ये गर्जनायें, ये शिलाएं , ये आक्रांताएं मुझे काल की गुमनामी में गुम कर डालेंगी
©Rakesh frnds4ever
#काश_किसी_दिन मैं भी #सूरज के मानिंद, दुख दर्दों की गहन अंधकारमय #बदलियों से उग पाऊं/ऊपर उठ पाऊं ,,
पीड़ाओं/ व्यथाओं/ #क्रूरताओं/ के अत्यंत विशालकाय #पहाड़ों के बोझ से दबा,,किसी दिन बाहर निकल पाऊं ,,
दिल के #उन्मादों मन के #अवसादों चित के शैलाबों से कभी तर पाऊं , उबर पाऊं
नहीं तो ,,
ये गर्जनायें, ये #शिलाएं , ये #आक्रांताए मुझे काल की गुमनामी में गुम कर डालेंगी
#rakeshyadav @rkysky @rkyskyfrnds4ever @rkysky1625