"गोलू भालू का त्याग: दोस्ती, त्याग और नैतिक शिक्षा की हिंदी कहानी" - गोलू भालू और उसके दोस्त जंगल में फल इकट्ठा कर रहे थे। अचानक आंधी आई, और सारे फल बिखर गए। गोलू के पास एक ही फल बचा, जिसे उसने भूखी मीना तोता को दे दिया। मीना ने आभार व्यक्त किया, और गोलू ने सीखा कि सच्ची खुशी दूसरों की खुशी में है।