जिंदगी ने उलझा दिया,
यारो की यारी को भुला दिया।
छोटी सी बात पर,
आपस मे लड़ा दिया।
क्यों वो उसके दर्द को समझा नहीं ,
जो अकेला तुम्हारे लिए खड़ा था, ज़िंदगी के हर मोड़ पर डाटा था।।
आंखों में उदासी का समंदर लिए,
जुबा पर माफी लिए,
एक बार बात करने की उम्मीद लिए,
बैठा है बात करने के लिए,
अब तो माफ कर दो उसे उसकी खुशी के लिए।।
©Gurjardeependra01(ध्रुव)
#Friendship