बद्दुआ दी भी नहीं जाती जिसके लिए कभी दुआ मांँगते थ | हिंदी शायरी Video

"बद्दुआ दी भी नहीं जाती जिसके लिए कभी दुआ मांँगते थे हम, न जाने कितने जख्म अपने सीने में छुपाए बैठे हैं हम। ©Pawan Pandey "

बद्दुआ दी भी नहीं जाती जिसके लिए कभी दुआ मांँगते थे हम, न जाने कितने जख्म अपने सीने में छुपाए बैठे हैं हम। ©Pawan Pandey

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