हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली। कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली। सफर जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ। वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।। ©Gireesh Jat #CannotTolerate Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto