अब तो ना कलम ना स्याही की है फिक्र न एकांत की है न | हिंदी शायरी Video

"अब तो ना कलम ना स्याही की है फिक्र न एकांत की है न भीड़ की न धूप की न छांव की न शहर की न गांव की बस उँगलियों पर हो जाता है जिक्र तुम्हारा पर कभी सोचता भी हू की डिजिटल सा तो नहीं हो गया मेरा तुम्हारा ये प्यार ये साथ ©Doctor R B "

अब तो ना कलम ना स्याही की है फिक्र न एकांत की है न भीड़ की न धूप की न छांव की न शहर की न गांव की बस उँगलियों पर हो जाता है जिक्र तुम्हारा पर कभी सोचता भी हू की डिजिटल सा तो नहीं हो गया मेरा तुम्हारा ये प्यार ये साथ ©Doctor R B

#saath #poem #gazal #life #Pain

People who shared love close

More like this

Trending Topic