"दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे मुलाक़ात की घड़ी तो आगयी, पर तुम कब आओगे
मिलन के इस मौसम में, तुम कब आओगे
अब आ भी जाओ नया साल, नये रिश्ते का इंतजार कररहा है
बस अब तुम कब आओगे"
दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे मुलाक़ात की घड़ी तो आगयी, पर तुम कब आओगे
मिलन के इस मौसम में, तुम कब आओगे
अब आ भी जाओ नया साल, नये रिश्ते का इंतजार कररहा है
बस अब तुम कब आओगे